कहानी

इंडसइंड बैंक के सहयोग से स्वास्थ्य और शिक्षा तक पहुँच को आसान बनाना।

पर्किन्स इंडिया ने इंडसइंड बैंक लिमिटेड के सहयोग से १९७ बच्चों के लिए पोषण सम्बन्धी सहयोग और सहायक उपकरण प्रदान किये है जिससे स्वास्थ्य एवं शिक्षा तक उनकी पहुँच और आसान हुई है।

व्हील चेयर पर बैठी एक लड़की मुस्कुरा रही है।

उपकरणों का निर्धारण

Boy is fitted with hearing aid

जिस प्रकार हर बच्चा अपने आप में अलग होता है ठीक उसी प्रकार उसका सहायक उपकरण भी उसके अनुरूप होना चाहिए। हमने इसका निर्धारण करने के लिए हर बच्चे का मूल्यांकन किया कि कौन सा उपकरण उसके  सीखने एवं सर्वोत्तम शिक्षा तक पहुंच  को आसान बनाने के लिए सर्वाधिक अनुकूल हो सकता है। कई बच्चों को  उपकरण  देने से पेहले सभी  बच्चों का नाप लिया गया  जिससे उपकरण को  बच्चे के अनुसार अनुकूलित कर सकें। सावधानी पूर्वक मूल्यांकन और लिया गया नाप प्रत्येक बच्चे के लिए सर्वोत्तम समर्थन को सुनिश्चित करता है।

क्षमता का विकास

बच्चों तक पहुँचने और उन्हें हस्तक्षेप प्रदान करने के लिए परियोजना कार्यान्वयन टीम का महत्व होता है। १३३ बच्चों के लिए नए उपकरणों की प्राप्ति के साथ पर्किन्स   इंडिया के हमारे विशेषज्ञों ने हमारे ३  साझेदारी संगठनों के १९  सदस्यों को प्रशिक्षित किया कि बच्चों को नए उपकरणों से कैसे परिचित कराया जाए और इन सहायक उपकरणों को वे अपने दैनिक जीवन में कैसे सम्मिलित करें।

Group of educators sit in a circle

उपकरणों का वितरण

Group of parents pushing children in wheelchairs outside a school

हमने लखनऊ, सीतापुर और मथुरा में १३३ बच्चों को २५६  सहायक उपकरण वितरित करने के लिए ६  शिविर आयोजित किए। कई परिवार अपने बच्चों को गोद में या पीठ पर बिठाकर लाये गये , लेकिन वापसी में अपने बच्चों को व्हीलचेयर पर बैठकर या वॉकर के साथ जाते हुए देख, वह सभी   उत्साह से भर गए।

एक पिता ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए साझा किया, “हमने शिविर में देखा कि हमारा जीवन बेहतर हो सकता है। इस शिविर में मैंने और मेरे परिवार ने केएफओ तथा एएफओ के संचालन, देखभाल और उनके उपयोग के बारे में जाना। सेंटर आने के प्रारम्भिक दिनों में इन लोगों ने मुझे इस प्रकार की सहायता और उपकरणों के बारे में बताया और फिर बाद में नाप लिया। अब मैं बहुत प्रसन् हूँ–हमें केएफओ मिल गया है और अब मेरा बेटा  दुनिया का सामना करने के लिए तैयार है।“

हमने शिविर में देखा कि हमारा जीवन बेहतर हो सकता है… अब मेरा बेटा दुनिया का सामना करने के लिए तैयार है।

वितरण शिविर में एक पिता

अपने माता-पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर।

Mother and father adjust supportive chair for their son who is sitting in the chair

दिव्यांगता से ग्रस्त  बच्चे के जीवन में सहायक उपकरणों की उपलब्धता से माता पिता को राहत मिलती है। पर इन नवीन उपकरणों के नएपन का अर्थ है कि बच्चे और माता पिता को यह सीखना होगा कि वे इन्हें अपने दैनिक जीवन में, घर और समुदाय में कैसे सम्मिलित करें-। हमारी परियोजना टीम प्रत्येक परिवार को निरन्तर मार्गदर्शन देने के लिए अनुवर्ती रूप में घर पर जाती है , क्यों कि इससे वे सीखते हैं कि वे अपने बच्चे को शिक्षा के लिए सक्षम बनाने हेतु इन उपकरणों का प्रयोग कैसे करें।

वातावरण को समर्थ बनाना

इंडसइंड बैंक लिमिटेड के समर्थन से,  हम ४ हस्तक्षेप केंद्रों में नए उपकरणों और शैक्षिक सामग्री आपूर्ति करने में सक्षम हुए – बच्चों के लिए खेल के माध्यम से सीखने की और अधिक संभावनाएं बढ़ीं।  इन ४ केंद्रों में साल भर में लगभग ४०० बच्चों को सेवाएं प्रदान की जाएँगी।

Children and teacher playing with a large inflatable ball

पोषण को प्राथमिकता देना

Woman and child receive a ration kit

दिव्यांगता से ग्रस्त बच्चे अनुपातहीन रूप से उच्चदर में कुपोषण के शिकार हैं-विशेष करके सर्वाधिक गरीब परिवार के बच्चे। इन परिवारों को पोषण सम्बन्धी सहायता प्रदान करने से पोषण सम्बन्धी असमानता कम होती है और निरन्तर भागीदारी के लिए यह सहायता प्रोत्साहन के रूप में कार्यरत रहती है। इस अल्पकालिक परियोजना में हमने १६४  परिवारों को ३  माह तक का राशन किट प्रदान किया ।

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